Monday, November 2, 2015

५.कोजगरा

कोजगरा 
आश्विन शुक्ल पूर्णिमा क कोजगरा मनायल जाइत अछि I नव विवाहित वर के घर क आँगन में अष्ट दल क अरिपन देल जाइत आछि ओहि पर डाला (जाहि पर मखान,नारियल,पान,सुपारी ,जनउ ,कउरी ,पचीसी आ शतरंज राखल रहैत अछि )राखल जाइत  एछि I डाला क सामने पुरहर पातील(जाहि में एकटा दीप जरैत राखल रहत ) आ कलश (जाहि में जल आ आम क पल्लव रहत ) पिठार (चावल पीसल)लगा राखल जाइत छै I एकटा पीढ़ी पर अरिपन द अष्ट दल क पश्चिम में राखल जाइत अछि I राति में  विवाहित वर सासुर सं आयल कपड़ा पहिर पीढ़ी पर पूर्व दिशा दिस भय बैसैत छैथ I वर क दुइब ,धान ल क पाँच बेर अंगोछल जाइत अछि (चुमवैत काल यदि कनिया घर उपस्थित छैथ क वर क ओ नई देखति)I चूमाओन क बाद कम सं  कम  पाँच टा ब्राह्मण दूर्वाक्षत दैत छैथ
दूर्वाक्षत मंत्र 
"ओम आब्रह्मन ब्राह्मणों ब्रह्मवर्चसी जायतांमा राष्ट्रे राजन्यः शूर इष्व्योति व्याधी महारथो जयताम दोग्घ्री धेनुढा न डवानाशुः सप्तिः पुर्न्ध्रिषा विष्णुर थेषटा सभेयो युवा स्य यजमानस्य वीरो जयताम निकामे निकामे नःपज्जॅन्यो वर्षतु फलवत्यो न ओषधय पच्यनताम्  योगक्षेमो न कल्पताम्  I
मंत्रथाँय सिद्धयः सन्तु पूर्णाः सन्तु मनोरथाः शत्रुणा बुद्धिनाशोस्तु मित्राणामुदयसत्व  II
तदोपरांत वर भगवती का प्रणाम क अपना श्रेष्ठ गण क प्रणाम करतैथ .घर में भोज भात क आयोजन होइत ऐछ आ पान आ मखान बाटल जाइत ऐछ I
2015-10-31 19.02.36
FB_IMG_1445998267105
मिथिला क लक्ष्मी पूजा 
आश्विन क पूर्णिमा दिन घर आँगन साफ़ क साँझ में दुआरि सं भगवती घर तक अरिपन देल जाइत अछि .भगवती लग कमल क अरिपन द ओहि पर एकटा लोटा में जल द ओहि में आम क पल्लव राखल जाइत अछि .आम क पल्लव पर ताम क सरवा  में एकटा चांदी क रुपैया राखल जाइत अछि ताहि पर लक्ष्मी पूजा होईत अछि .प्रसाद में अंकुरी,पान,मखान,केरा ,मिसरी आ नारियल रहैत अछि .इ पूजा घर क स्त्रिगण करैत छथि
भगवती घर कर क मंत्र -
"अन धन लक्ष्मी घर आउ,
दारिद्र बाहर जाऊ  "
12194413_1078823222128459_1301083471_o
12207532_1078823248795123_1418426672_o
12211309_1078823258795122_506647116_o
एकटा छोट प्रयास ,कुनु त्रुटि भेला स क्षमा करब  I

No comments:

Post a Comment